Vedic Jyotish / Jyotish / वैदिक ज्योतिष / ज्योतिष / ज्योतिष क्या है ?
> वेद भारतीय संस्कृति के मूल आधार हैं। वेदों के छः अंग हैं - शिक्षा , कल्प , व्याकरण , निरुक्त , छंद तथा ज्योतिष।> महर्षि पाणिनि के अनुसार ज्योतिष वेद पुरुष का नैत्र है। दूसरे शब्दों में जिस प्रकार नैत्रों के बिना मनुष्य का व्यक्तित्व अपूर्ण है, ठीक उसी प्रकार नैत्र रूपी ज्योतिष शास्त्र के बिना सम्पूर्ण वैदिक ज्ञान अपूर्ण है।
> जिस शास्त्र से भूतल, अंतरिक्ष तथा भूगर्भ के प्रत्येक पदार्थ का यथार्थ ज्ञान हो, वह शास्त्र ज्योतिष शास्त्र कहलाता है।
> भारतीय ज्योतिष को तीन स्कन्धों में बांटा गया है - सिद्धांत, संहिता तथा होरा। सिद्धांत स्कन्ध गणित विद्या से सम्बंधित है। संहिता स्कन्द में सिद्धांत व फलित दोनों का मिश्रित रूप है। जिस स्कन्द में मानव जीवन के सुख - दुःख आदि शुभाशुभ विषयों का विवेचन किया गया हो , उसे होरा कहा जाता है।