Monday 25 January 2016

(3.1.23) Hanuman ji ke barah naam (Twelve names of Hanuman ji )in Hindi

हनुमान जी के  बारह नाम - भय  मुक्ति तथा कार्य  में सफलता हेतु ( Twelve names of Hanumanji - for getting rid of fear and getting success) 

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महाबली  हनुमान जी  स्तुति सम्बंधित बारह नाम हैं , जिनके द्वारा उनकी स्तुति की जाती है।  इन  नामों के जप से व्यक्ति के समस्त भय दूर हो जाते हैं और हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है। (आनन्द रामायण ८/१३/८-११ )
हनुमानञ्जनीसूनुर्वायुपुत्रो  महाबलः। 
रामेष्ठः फाल्गुनसखः पिङ्गाक्षोSमितविक्रमः। 
उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशनः। 
लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा। 
एवं द्वादश नामानि कपीन्द्रस्य महात्मनः। 
स्वापकाले प्रबोधे च  यात्राकाले च यः पठेत्। 
तस्य सर्व भयं नास्ति रणे च विजयी भवेत्। 
राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचनः। 
(आनन्द रामायण ८/१३/८-११ )
हिन्दी अर्थ - उपर्युक्त श्लोक के अनुसार हनुमान जी के निम्नांकित बारह नाम हैं -

(१) हनुमान  (२) अंजनी सूनु  (अंजनी सुत )(३) वायु पुत्र  (४) महाबल (५) रामेष्ठ  (राम जी के प्रिय ) (६) फाल्गुन सख (अर्जुन के मित्र )  (७) पिंगाक्ष (भूरे नैत्र वाले) (८) अमित विक्रम (९) उदधि क्रमण (समुद्र को अतिक्रमण करने वाले )(१०) सीता शोकविनाशन (सीता जी के शोक का नाश करने वाले ) (११ ) लक्ष्मण प्राणदाता (लक्ष्मण जी को संजीवनी बूटी द्वारा जीवित करने वाले ) (१२) दशग्रीव दर्पहा (रावण के घमंड को दूर करने वाले )
ये बारह नाम हनुमान जी के गुणों को प्रकट करते हैं। जो व्यक्ति इन बारह नाम वाले श्लोक का रात्रि  में सोने से पहले या प्रातः काल उठने पर अथवा यात्रा के समय पाठ करता है , उस व्यक्ति के समस्त भय दूर हो जाते हैं।  वह व्यक्ति युद्ध के मैदान में, राज दरबार में, या भीषण संकट  जहाँ कहीं भी हो, उसे कोई भय नहीं होता है.
यदि उपर्युक्त श्लोक का पाठ नहीं किया जा सके तो निम्नांकित नामों का जप किया जा सकता है -
(१) ॐ हनुमान  (२) ॐ अंजनी सूनु  (अंजनी सुत ) (३) ॐ वायु पुत्र  (४) ॐ महाबल (५) ॐ रामेष्ठ   (६) ॐ फाल्गुन सख   (७) ॐ पिंगाक्ष (८) ॐ अमित विक्रम (९) ॐ उदधि क्रमण (१०) ॐ सीता शोकविनाशन   (११ ) ॐ लक्ष्मण प्राणदाता  (१२) ॐ दशग्रीव दर्पहा
Note - (For English version Click here)