Success through spiritual ways / Safalata ke upaay
इस आपधापी के युग ने जो भौतिक साधनों से संपन्न है तथा जिसने मनुष्य का यंत्रीकरण कर उसकी सोच को भौतिकवादी बना दिया है। परिणामस्वरूप व्यक्ति अति महत्वकांक्षी बन गया है। यद्यपि महत्वाकांक्षा का अपना महत्त्व है तथा उच्च महत्वाकांक्षा रखना उन्नति का प्रतीक है। परन्तु आधुनिक व्यक्ति अति महत्वकांक्षी होते जा रहे हैं। देखा-देखी लम्बी छलांग लगाने का प्रयास करते हैं और असफल होते हैं। महत्वाकांक्षा की पूर्ति और उसके लिए किये गए प्रयास तथा आवश्यक साधन के बीच तालमेल होना आवश्यक है और इससे बढकर बात है महत्वाकांक्षा की पूर्ति नहीं होने पर लगने वाले मानसिक आघात को सहन करने की क्षमता का होना। एक अन्य कमी जो वर्त्तमान में देखने को मिलती है वह है महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए छोटा रास्ता अपनाना जबकि सफलता एक निश्चित मार्ग का अनुकरण करके ही प्राप्त की जा सकती है। इसके लिए संकल्प, दृढ इच्छाशक्ति व ठोस सकारात्मक कार्य योजना की आवश्यकता है।
इसके लिए निम्नांकित कदम को अपनाने की आवश्यकता हैं:-
- आओ, ईश्वरप्रदत्त दिव्य शक्तियों का प्रवाह अपने भीतर अनुभव करें।
- आओ, प्रकाश की ओर चलें।
- आओ, अपना उद्धार स्वयं करें।
- आओ, जहाँ खड़े हैं उस स्थान से आगे बढ़ें।
- आओ, स्वयं पर विश्वास करें।
- आओ, जीवन के सुख-दुःख दूसरों के साथ बाटें।
- आओ, अभावों और कठिनाइयों को सफलता की सीढियां बनायें।
- आओ, सकारात्मक सोच के साथ एक प्रफुलित और शुभ आशाओं से परिपूर्ण जीवन जीयें।